परिचय कार्ल मार्क्स (1818–1883) एक जर्मन दार्शनिक, अर्थशास्त्री, इतिहासकार, समाजशास्त्री, राजनीतिक सिद्धांतकार और क्रांतिकारी विचारक थे। वे समाजशास्त्र और समाजवादी विचारधारा के प्रमुख स्तंभों में से एक माने जाते हैं। उनके विचारों ने न केवल समाजशास्त्र और राजनीति को, बल्कि अर्थशास्त्र, इतिहास और साहित्य तक को गहराई से प्रभावित किया है। मार्क्सवाद, जो उनके नाम पर आधारित है, आज भी विचारधारा, नीति और सामाजिक क्रांति के क्षेत्र में प्रभावशाली है। 1. प्रारंभिक जीवन (1818–1835) कार्ल मार्क्स का जन्म 5 मई 1818 को पश्चिमी जर्मनी के ट्रायर (Trier) शहर में हुआ था। उनका जन्म एक यहूदी परिवार में हुआ, परंतु उनके पिता हेनरिच मार्क्स ने प्रोटेस्टेंट धर्म अपना लिया था ताकि वे कानून की प्रैक्टिस कर सकें। उनकी माँ का नाम हेनरीएटा प्रेशबर्ग था। मार्क्स का परिवार शिक्षित और संपन्न था। उनके पिता एक अच्छे वकील थे और उन्होंने अपने बेटे को उच्च शिक्षा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कार्ल मार्क्स बचपन से ही अध्ययनशील, तर्कशील और अत्यंत बौद्धिक प्रवृत्ति के थे। 2. शिक्षा और प्रारंभिक बौद्धिक विकास (1835–1842) य...