अजीत अंजुम जी का जन्म 7 अप्रैल 1969 को बिहार के बेगूसराय जिले में हुआ था। उन्होने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा बेगूसराय और दरभंगा में हासिल करने के बाद बिहार विश्वविद्यालय से संबद्ध लंगट सिंह महाविद्यालय, मुजफ्फरपुर से ग्रेजुएशन पूरा किया।
अजीत अंजुम के पिता जी का नाम रामसागर प्रसाद सिंह है, उनके पिता बिहार न्यायिक सेवा से संबद्ध थे और पटना के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त हुए। इनकी पत्नी का नाम गीताश्री है। अजीत अंजुम ने पत्रकारिता की शुरुआत मुजफ्फरपुर में अध्ययन के दौरान ही कर दी थी। पाटलिपुत्र टाइम्स के लिए मुफस्सिल संवाददाता के रुप में लेख लिखते हुए इन्होंने अपना नाम 'अजीत कुमार' से बदलकर अजीत अंजुम कर लिया था। पटना में फ्रीलांसिग करते हुए अजीत अंजुम ने मुंबई और दिल्ली से प्रकाशित होने वाले धर्मयुग, साप्ताहिक हिंदुस्तान, दिनमान और रविवार में लिखते हुए अपनी कलम को धार देना शुरू किया था। अजीत अंजुम सन् 1989 में पत्रकारिता में और सफलता हासिल करके के लिए दिल्ली चले गए, लंबे और कड़े संघर्ष के बाद 'अमर उजाला' में डेस्क पर इनको नियुक्ति मिल गई। बाद में 'चौथी दुनिया' में काम करते हुए अजीत के लेख जनसत्ता में भी छपने लगे थे।
• साल 1994 में अजीत अंजुम ने प्रिंट मीडिया को अलविदा कह दिया और अनुराधा प्रसाद की कंपनी "बीएजी फिल्म्स" से जुड़ गए जहां उन्हें राजीव शुक्ला के चर्चित टॉक शो "रूबरू" के निर्देशन की जिम्मेदारी दी गई। अजीत अंजुम ने अपने करियर का सबसे लंबा समय "बीएजी फिल्म्स" में ही बिताया है। इस दौरान उन्होंने दर्जनों शो भी प्रोड्यूस किए। एक साल के लिए अजीत अंजुम बतौर सीनियर प्रोड्यूसर "आजतक" में रहे लेकिन फिर 'बीएजी फिल्म्स' वापस लौट आए।
• साल 2007 में अजीत अंजुम के निर्देशन में ही 'न्यूज़ 24' समाचार चैनल शुरू हुआ था। अजीत अंजुम लंबे समय तक न्यूज 24 के प्रबंध संपादक रहे जिसके बाद उन्होंने "इंडिया टीवी" को अपनी सेवाएं देना शुरू किए।
महत्वपूर्ण उपलब्धियां: "बीएजी फिल्म्स" के लिए काम करते हुए अजीत अंजुम ने स्टार न्यूज के लिए सनसनी" "रेड अलर्ट" और "पोल खोल" जैसे शो प्रोड्यूस किए थे ।
• साल 2010 में बिहार में आई भयावह बाढ़ पर रिपोर्टिंग के लिए अजीत अंजुम को पत्रकारिता के सबसे प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अजीत अंजुम ने बिहार में बाढ़ को लेकर न्यूज़ 24 पर "राहत लेकर चलो बिहार" के नाम से एक मुहिम चलाई थी। इससे पहले किसी मीडिया संस्थान ने ऐसी मुहिम नही चलाई थी। किसी भी मीडिया संस्थान द्वारा चलाई गई यह पहली इस तरह की मुहिम थी जो कामयाब भी हुई थी। इस अभियान का ही ये नतीजा था कि बाढ़ राहत के दौरान सैकड़ों ट्रक राहत सामग्री बाढ़ पीड़ितों तक सफलतापूर्वक पहुंचाई गई थी। अजीत अंजुम की मेहनत और लगन को देखते हुए "फेम इंडिया" मैगजीन ने साल 2016 के अपने सर्वे में उन्हें बिहार के 50 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में जगह देते हुए सम्मान दिया था।
• अजीत अंजुम अपने बेबाक विचारों और निर्भीक पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर रिपोर्टिंग की है, और जनता को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। और आज भी निभा रहे हैं।
• आज के समय अजीत अंजुम मैन स्ट्रीम मीडिया को त्याग कर खुद के YouTube channel से पत्रकारिता कर रहे हैं। YouTube पर उनके 6 मिलियन से भी ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं, वो सभी सोशल मीडिया जैसे की... फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर (X) पर भी सक्रिय रहते हैं। और उसी अपने बेबाक अंदाज़ में पत्रकारिता कर रहे हैं।
2 टिप्पणियाँ
Ham YouTube par Ajit Anjum sir ke sabhi video dekhte hain, bahot hi sahi tarike se ye janta ke muddon ko uthate hain
जवाब देंहटाएंZabardast information about Ajit Anjum
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