"जॉनी लीवर" हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा नाम जिसे सुनते ही लोगों के चेहरों पर मुस्कान आ जाती है। थिएटर हो या घर के टीवी इनकी एंट्री से लोग खुशी से झूम जाते हैं।
जॉनी लीवर का जन्म 14 अगस्त 1960 को आंध्रप्रदेश के प्रकाशम ज़िले में हुआ था, बचपन में इनका नाम जॉन प्रकाश राव जनुमाला रखा गया था, लेकिन आज इन्हे लोग जॉनी लीवर के नाम से जानते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: भले ही इनका जन्म आंध्रप्रदेश में हुआ था लेकिन इनकी पूरी ज़िंदगी मुंबई में गुज़री है, इनका बचपन मुंबई के धारावी इलाके मे गुज़रा, कई बार जॉनी लीवर अपने बचपन को याद करके बताते हैं कि किस तरह उस समय धारावी में गुंडागर्दी होती थी, हर तरफ अपराध होते थे, उनके आस पास अपराधी लोग रहा करते थे, उन्होंने बचपन में ही अपनी आंखों से वो सब देख लिया था जो हर कोई देखना नही चाहता,
• जॉनी लीवर के पिता जी हिंदुस्तान लीवर कंपनी में काम करते थे, परिवार की माली हालत ज़्यादा अच्छी नहीं थी इस लिए इन्हें भी काम करना पड़ा, यह भी हिंदुस्तान लीवर में काम करने लगे, उस कंपनी में काम तो ये मजबूरी में कर रहे थे असल में इन्हें फिल्मी सितारों की मिमिक्री करने में मुहारत हासिल थी, अपने फ्री समय में ये दोस्तों के साथ बैठ कर फिल्मी कलाकारों की मिमिक्री किया करते थे, लोगों को इनकी मिमिक्री बहोत पसंद आती थी, कभी कभार ये आस पास के इलाकों में किसी त्योहार के मौके पर स्टेज पर जा कर भी मिमिक्री किया करते थे, जहां पर एक साथ सैकड़ों लोग इनकी कॉमेडी को देख कर हंस हंस कर लोट पोट हो जाते थे। छोटे छोटे स्टेज शो करते करते ये अब बड़ी हस्तियों के प्रोग्राम में भी मिमिक्री करने जाने लगे।
एक दिन जब ये किसिएक स्टेज शो कर रहे थे तभी सुनील दत्त जी की नज़र इनपर पड़ी और उन्होंने जॉनी लिवर को फिल्म में आने का मौका दिया।
फिल्मी दुनिया का सफर: "सुनिल दत्त" जी ने जॉनी लीवर को फ़िल्म "दर्द का रिश्ता" में पहला ब्रेक दिया। नसीरुद्दीन के साथ फिल्म "जलवा" में भी इन्हे काम करने का मौका मिला। जॉनी लीवर को बड़ी सफलता फिल्म "बाज़ीगर" से मिली, उसके बाद तो इनकी किस्मत के सितारे चमक गए, और आज यह सिलसिला 300 से अधिक फ़िल्मों तक पहुंच गया है।
बाज़ीगर के बाद वह लगभग एक सहायक अभिनेता (Supporting Actor) के रूप में हर फ़िल्म में हास्य अभिनेता (Comedy Actor) के रोल में देखे जाते हैं। उनकी पहली फीचर फ़िल्म कभी तमिल भाषा में आई जिसका नाम "अनब्रिक्कु अल्लाविल्लाई" है।
जॉनी लीवर साल 2007 में छोटे पर्दे के रियाल्टी शो में एक जज के रूप में भी दिखाई दिए।
निजी जीवन: अपने निजी जीवन में जॉनी लीवर धार्मिक व्यक्ति हैं, उन्हे गॉड (Jesus) में बहुत विश्वास है, कई बार वो अपने interview में गॉड को थैंक्स बोलते हुए देखे गए हैं, उन्होंने अपनी ज़िंदगी के उन पलों को याद करते हुए गॉड को थैंक्स कहा जब वो हर तरफ से परेशानियों के बीच फंस चुके थे, उनकी आस्था है की गॉड ने ही उन्हें हर मुसीबत से निकाला है और सही रास्ता दिखाया है।
• इनके परिवार में इनकी पत्नी जिनका नाम "सुजाता" है और दो बच्चे हैं, बेटी का नाम "जैमी लीवर" और बेटे का नाम "जेसी लीवर" है। जैमी लीवर भी एक कॉमेडियन और मिमिक्री आर्टिस्ट हैं, उन्हे भी लोग बहुत पसंद करते हैं, कॉमेडी नाइट्स विथ कपिल के शो में आ कर उन्होंने पूरे भारत के साथ पूरी दुनिया को अपना हुनर दिखाया, और ये साबित कर दिया की वो एक महान कॉमिडियन जॉनी लीवर की बेटी है।
• कॉमेडी के इलावा जॉनी लीवर की एक सबसे खास बात यह है की जब भी से लोगों के बीच आते हैं और माईक हाथ में लेते हैं, वो कॉमेडी करते करते लोगों को इमोशनल तरीके से ज़िंदगी सही ढंग से जीने का संदेश देते हैं। मज़ाक मज़ाक वो ऐसी बातें बता कर चले जाते हैं जिन बातों का लोगों को अंदाज़ा भी नही होता, माता पिता, रविवार और समाज के प्रति कैसे सहज राह जाए वो अपने अलग ही अंदाज़ में सीखा कर निकल जाते हैं।
जॉनी लीवर की कुछ प्रमुख फिल्में इस प्रकार हैं: बाज़ीगर, बादशाह, करन अर्जुन, 36 चाइना टाउन, अजनबी, येस बॉस, नायक द रियल हीरो, फिर हेरा फेरी, राजा हिन्दुस्तानी, कोई मिल गया।
इन्हे इन पुरुष्कारों से सम्मानित किया गया:
• 1997 : सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता के लिए स्टार सीन अवार्ड (राजा हिंदुस्तानी)
• 1998 : फ़िल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता अवार्ड (दीवाना मस्ताना)
• 1999 : फ़िल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता अवार्ड (दूल्हे राजा)
• 2002 : सर्वश्रेष्ठ जी सिने अवार्ड (लव के लिए कुछ करेगा)
1 टिप्पणियाँ
Mujhe Johny lever ji ki jivni padh kar bahot Khushi Hui, thanks for this article
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