विकास दिव्यकीर्ति की का जन्म 26 दिसंबर 1973 को हरियाणा के भिवानी में हुआ था। विकास एक पूर्व सिविल सेवक , शिक्षक, लेखक, व्याख्याता, और यूट्यूबर हैं। साथ ही हिंदी फिल्मों के लेखक भी हैं।• विकास दिव्यकीर्ति केंद्रीय सचिवालय सेवा के सदस्य थे और वर्तमान में दिल्ली स्थित यूपीएससी कोचिंग संस्थान, दृष्टि आईएएस (Drishti IAS) संस्थान के उद्यमी (Entrepreneur) और कोचिंग प्रमुख हैं ।
प्रारंभिक जीवन: विकास दिव्यकीर्ति ने अपनी शुरुआती स्कूली शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर में हिंदी माध्यम से पूरी की है। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज में वाणिज्य स्नातक (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की है। हालाँकि, बाद में उन्होंने अपनी स्ट्रीम बदल ली और दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) से इतिहास में कला स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर की डिग्री के लिए अध्ययन किया, ज़ाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज में पहले साल में दूसरा स्थान हासिल कर लिया और फिर अपने अंतिम वर्ष में हिंदू कॉलेज, दिल्ली चले गए, जहाँ उन्होंने अंततः 1995 में कला में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त कर ली। इन सब के बाद में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से विधि स्नातक की उपाधि प्राप्त की और फिर दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की, फिर दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) से हिंदी साहित्य में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि भी प्राप्त कर ली।
आजीविका: अपनी मास्टर की डिग्री पूरी करने के बाद, विकास दिव्यकीर्ति ने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में सहायक प्रोफेसर के रूप में पढ़ाना शुरू कर दिया। बाद में, 1996 में, उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की, और 384 की अखिल भारतीय रैंक (एआईआर) प्राप्त कर ली। सचिवालय प्रशिक्षण और प्रबंधन संस्थान में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद , उन्हें भारत सरकार द्वारा केंद्रीय सचिवालय सेवा में शामिल किया गया था। उन्होंने गृह मंत्रालय , नई दिल्ली में राजभाषा विभाग में अनुभाग अधिकारी के रूप में भी कार्य किया है। बाद में उन्होंने अपनी मर्ज़ी से एक साल बाद सेवा से इस्तीफा दे दिया और पढ़ाना जारी रखा। साल 1999 में, उन्होंने दिल्ली के मुखर्जी नगर में दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान की स्थापना की।
व्यक्तिगत जीवन: विकास दिव्यकीर्ति की शादी तरुणा वर्मा से हुई है और उनका एक बेटा भी है। उनके बेटे का नाम सात्विक दिव्यकीर्ति है। उन्हें 2023 में पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया है।
डिजिटल दुनिया में प्रवेश: नवंबर 2022 में, विकास दिव्यकीर्ति ने अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया, इस चेनल के इस समय में 3.75 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं। अपने मुख्य चैनल के अलावा, विकास दिव्यकीर्ति कई अन्य यूट्यूब चैनलों का प्रबंधन भी करते हैं, जिनमें दृष्टि आईएएस, दृष्टि आईएएस अंग्रेजी, दृष्टि न्यायपालिका, दृष्टि पीसीएस, दृष्टि शिक्षण परीक्षा, दृष्टि आईएएस शॉर्ट्स, दृष्टि सीयूईटी हिंदी, दृष्टि सीयूईटी अंग्रेजी और दृष्टि वेलफेयर फाउंडेशन इत्यादि शामिल हैं।
2023 में विकास दिव्यकीर्ति ने विधु विनोद चोपड़ा की जीवनी पर आधारित ड्रामा फिल्म 12वीं फेल में खुद की भूमिका निभाते हुए अभिनय किया है। उन्होंने इस फिल्म की पटकथा लेखन में भी अपना योगदान दिया है।
दृश्य: 2022 में, दिव्यकीर्ति को रामायण के बारे में अपनी टिप्पणियों पर बड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था , जिसमें उन्होंने एक संस्कृत लेखक का हवाला देते हुए कहा कि युद्ध के बाद, राम ने सीता से कहा, "मैंने यानी (राम ने) यह युद्ध तुम्हारे (सीता) के लिए नहीं बल्कि अपने वंश के सम्मान के लिए लड़ा था। जिस तरह कुत्ते द्वारा चाटा गया घी खाने योग्य नहीं होता, उसी तरह तुम, सीता, मेरे लिए उपयुक्त नहीं हो।" इसी बात की साध्वी प्राची ने एक्स पर उनके बयान की एक क्लिप साझा की , जिसमें उनके कोचिंग संस्थान पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी। बाद में विकास दिव्यकीर्ति ने द लल्लनटॉप के साथ एक साक्षात्कार (intervew) में अपने विचारों को क्लियर करते हुए कहा कि उन्होंने वीडियो में जो भी दावा किया है, वह दस्तावेजों द्वारा समर्थित है। यह उनके अपने विचार नही बल्कि किसी दस्तावेजों में जो लिखा है वो मैंने कहा है। इन सब बातों के इलावा विकास दिव्यकीर्ति जाति व्यवस्था में विश्वास नहीं करते , उनका उपनाम उनके माता-पिता की साहित्यिक रुचि का परिणाम मात्र है।
विवाद: इसी साल 27 जुलाई 2024 को इसी तरह की एक कोचिंग में कई छात्रों की मौत के बाद मानदंडों का उल्लंघन करने और बेसमेंट के अवैध उपयोग के लिए दिल्ली नगर निगम द्वारा उनकी कोचिंग "दृष्टि आईएएस" के बेसमेंट को सील कर दिया गया था। चारों की मौत का कारण तेज़ बारिश की वजह से पानी भरना था, पानी इतना ज़्यादा भर गया था की सड़क डूब चुकी थी iso वजह से बेसमेंट पूरी तरह डूबा हुआ था।
2 टिप्पणियाँ
Vikas sir ki biography padh kar Bahot acha laga, thank for providing this type of information
जवाब देंहटाएंAaj ke samay me aise teacher ki hamre samaj ko bahot zaroorat hai
जवाब देंहटाएं