जावेद करीम का जन्म 28 अक्टूबर 1979 को जर्मनी के मर्सबर्ग के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके पिता, नाइमुल करीम, बांग्लादेशी थे और उनकी माँ, क्रिस्टीन, जर्मन थीं। जावेद करीम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जर्मनी में ही पूरी की और बाद में उनका परिवार ने अमेरिका में जा कर बस गया।प्रारंभिक जीवन और शिक्षा: शिक्षा: जावेद ने सेंट्रल हाई स्कूल, मिनेसोटा से अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस एट अर्बाना-शैंपेन से कंप्यूटर साइंस में अपनी ग्रेजुएशन डिग्री हासिल की।
करियर की शुरुआत: पेपल: अपनी शिक्षा के दौरान ही जावेद ने पेपाल में इंटर्नशिप की और बाद में वहां पर फुल-टाइम काम भी करणी। पेपाल में काम करते हुए, उनकी मुलाकात स्टीव चेन और चाड हर्ली से हुई, जावेद करीम और उनके दोनो दोस्त कुछ नया कर दिखाने की सोच में लगे रहते थे, यह तीनों दोस्त अपने अपने काम में इतने मेहनती रहे हैं की जिस काम को भी हाथ में लेते, जब तक उसे पूरा न कर लें यह चैन से नहीं बैठते थे। इन तीनों ने एक साथ मिलकर साल 2005 में यूट्यूब की स्थापना की।
• Youtube पर पहली वीडियो: 23 अप्रैल 2005 को जावेद करीम ने यूट्यूब पर पहली वीडियो अपलोड की थी जिसका टाईटल था "Me at the Zoo"। इस वीडियो में जावेद करीम सैन डिएगो चिड़ियाघर में हाथियों के बारे में बात कर रहे थे, बहुत छोटी सी यह वीडियो यूट्यूब के जन्म की पहली गिफ्ट के तौर पर मानी जाती है।
यूट्यूब की सफलता और बिक्री: उस समय आज की तरह हर कोई इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करता था, फिर भी जितने लोग करते थे इन सभी ने यूट्यूब को बहोत पसंद किया, Youtube देखते ही देखते लोगों के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन गया जहां लोग दिन में एक से दो बार जरूर आते, और विडियोज देखते, उस समय यूट्यूब आज की तरह मोबाइल ऐप पर नही बल्कि केवल इंटरनेट ब्राउज़र पर खुलता था, कई लोग क्रिएटर बन कर यहां वीडियो अपलोड करने लगे, एक साल के अंदर ही YouTube इतना लोकप्रिय हो गया की गूगल की नज़र इस पर जम गई, गूगल को समझ में आ गया था की आने वाले समय में Youtube पूरी दुनिया में एक क्रांति ला सकता है, इसी लिए साल 2006 में, गूगल ने यूट्यूब को $1.65 बिलियन ( एक अरब 65 करोड़) में खरीद लिया।
Youtube बाद का जीवन: यूट्यूब की सफलता के बाद, जावेद ने अपनी पढ़ाई जारी रखने का फैसला किया और उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में मास्टर की डिग्री प्राप्त भी प्राप्त की।
• जावेद करीम यूट्यूब से बाहर निकलकर कई सारे स्टार्टअप में निवेश किया है और कई नई परियोजनाओं पर काम किया है। आज वो सोशल मीडिया से दूरी बना कर अपने अन्य कामों पर ध्यान देते हैं कहने का मतलब है है की वो सोशल मीडिया पर खुद की फोटो और वीडियो न के बराबर ही अपलोड करते हैं।
मान्यता और पुरस्कार: जावेद करीम को उनकी प्रभावशाली उपलब्धियों के लिए कई सारे पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। उन्हें डिजिटल युग के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक माना जाता है। जावेद करीम ने दुनिया को एक ऐसा प्लेटफॉर्म दिया जिससे लोग कभी भी कुछ भी सीख और सीखा सकते हैं, आज पूरी दुनिया में लाखों ऐसे यूटयूब चैनल हैं जो लोगों को अच्छी शिक्षा प्रदान करते हैं, आज ये सन इतना आसान इस लिए है क्यों की कई साल पहले किसी ने बहुत मेहनत की थी।
• जावेद करीम ने इंटरनेट और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और उनका नाम हमेशा यूट्यूब और इंटरनेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। हम उम्मीद करते हैं आज जावेद करीम जहा भी हो वो इस समय भी दुनिया के लिए कुछ नया करने की कोशिश कर रहें हो।
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